रांची विश्वविद्यालय में छात्रों ने अपनी मांगे मनवाने के लिए वहां के कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय का घेराव किया। छात्रों ने पीएचडी की प्रवेश परीक्षा की आनसर सीट को सार्वजनिक करने और एमआई हिंदी की विशेष परीक्षा के आयोजन की मांग रखी। छात्रों के इस आन्दोलन में क्षेत्रिय राजनितिक पार्टी आजसू के कार्यकर्ता भी साथ में थे।
छात्रों का कहना है कि कुलपति डॉ। रमेश कुमार ने साथ दिनों में कॉपियों को सार्वजनिक करने का दावा किया था और उन्होंने अभी तक इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। इस मामले में कुलपति का कहना है कि पीएचडी की प्रवेश परीक्षा में कई बड़े अफसर, नेता और छात्र नेता भी सम्मिलित थे, जो अपने अपने क्षेत्र में प्रतिष्ठित स्थान पर हैं और कापियों को सार्वजानिक करने पर उनकी प्रतिस्था पर आंच आ सकती है।
कुलपति के इस तर्क पर आजसू कार्यकर्ताओं ने उन छात्रों को लेकर सवाल किये हैं जिन्हें पवेश परीक्षा में शामिल ही नहीं होने दिया गया। इन छात्रों में रांची विश्वविद्यालय के छात्र संघ के सचिव नीतीश सिंह और ओम वर्मा का नाम भी है जिन्हें ये कह कर परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया कि वे स्नातकोत्तर के अंतिम वर्ष के छात्र हैं और परीक्षा में बैठने के लिए पात्र नहीं हैं। जबकि विश्वविद्यालय द्वारा, नियम के विरुद्ध उन छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई है जो अभी स्नातकोत्तर में अपियर हैं।
इस मामले के साथ ही छात्रों ने मेधा सूचि का भी मुद्दा उठाया है। इस पर कुलपति ने जानकारी न होने की बात कहते हुए जांच कमेटी बनाकर पीएचडी प्रवेश परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की एक बार फिर जांच करवा कर रिपोर्ट देने का कहा है और साथ ही स्नातक पार्ट-1 के एमआईएल हिंदी की परीक्षा को विशेष रूप से आयोजित करवाने का आश्वासन भी दिया है।
जिन्हें ये कह कर परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया कि वे स्नातकोत्तर के अंतिम वर्ष के छात्र हैं और परीक्षा में बैठने के लिए पात्र नहीं हैं। जबकि विश्वविद्यालय द्वारा, नियम के विरुद्ध उन छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई है जो अभी स्नातकोत्तर में अपियर हैं।
इस मामले के साथ ही छात्रों ने मेधा सूचि का मुद्दा भी उठाया है इस पर कुलपति ने जानकारी न होने की बात कहते हुए जांच कमेटी बनाकर पीएचडी प्रवेश परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की एक बार फिर जांच करवा कर रिपोर्ट देने का कहा है और साथ ही स्नातक पार्ट-1 के एमआईएल हिंदी की परीक्षा को विशेष रूप से आयोजित करवाने का आश्वासन भी दिया है।