जम्मू कश्मीर में तैनात तेजबहादुर यादव नाम के एक बीएसएफ जवान ने फेसबुक पर एक के बाद एक चार वीडियो पोस्ट किए। इसमें उन्होंने खराब खाने की शिकायत करते हुए कहा कि, सरहद पर जवान 11 घंटे की ड्यूटी करने के बाद भी भूखे सोने को मजबूर हैं, क्योंकि अधिकारी राशन बेच देते हैं।
जवान के इस वीडियो को गंभीरता से लेते हुए केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने तुरन्त जांच के आदेश दिए हैं। सिंह ने इस संबंध में बीएसएफ से रिपोर्ट मांगी है। वहीं दूसरी ओर बीएसएफ की ओर से भी एक ट्वीट किया गया था। जिसमें कहा गया कि, शिकायत की जांच की जा रही है।
एक दिन में 65 लाख से ज़्यादा बार देखा गया वीडियो
बीएसएफ जवान तेजबहादर यादव के वीडियो पोस्ट करने के बाद ही इस पर हिट्स आने लग गए। धीरे-धीरे यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। महज एक दिन के अंदर ही इस वीडियो को 65 लाख से ज़्यादा बार देखा गया।
जवान के समर्थन में बोले सहवाग
वहीं दूसरी ओर पूर्व क्रिकेटर वीरेन्द्र सहवाग ने इस पूरे मामले पर नाराजगी जताते हुए जवान का समर्थन किया है। सहवाग ने ट्वीट कर कहा, हमारे किसानों और सैनिकों को खास तवज्जो की ज़रूरत है। उन तक पर्याप्त भोजन पहुंचना चाहिए।
सहवाग के अलावा लंदन ओलिंपिक में कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त ने भी जवान के पक्ष में अपनी बात कही है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, रक्षकों की दुर्दशा एक रोटी से ड्यूटी और पीस पोस्टिंग में मैडम के शॉपिंग बैग उठाओ।
तेजबहादुर यादव पर लग चुके हैं कई आरोप
एबीपी न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक, बीएसएफ जवान तेजबहादुर याइव का करियर काफी विवादों में रहा है। 20 साल की सेवा में तेज बाहदुर को चार बार कड़ी सजा मिल चुकी है। जिसमें उसे क्वार्टर-गार्ड जेल में भी रखा जा चुका है। तेजबहादुर पर अपने कमांडेंट पर बंदूक ताने तक का संगीन आरोप लग चुका है। इतना ही नहीं अफसरों से बदसलूकी उसकी आदत रही है। बीएसएफ के प्रवक्ता के अनुसार, तेज बहादुर बार-बार नियम तोड़ता रहा है।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि, ”सीमा सुरक्षा बल अपने जवानो के कल्याण के प्रति संवदेनशील है। यदि कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो उसकी जांच कराई जाती है। एलओसी जैसे इलाकों में तो जवानों के खाने पर खासा ध्यान दिया जाता है। उन्हें कैलोरी के हिसाब से डाइट मिलती है। सुबह में नाश्ते में सब्जी और अचार के साथ दो-तीन परांठे मिलते हैं। कभी कभी अंडे और ऑमलेट मिलते हैं। दोपहर में दाल सब्जी, रोटी और चावल मिलते हैं। डिनर में दाल, सब्जी और रोटी मिलती है। कभी कभी नॉन-वेज भी मिलता है।”
जवान की मांग, ‘मेरे आरोप की भी हो जांच’
जवान के दागी इतिहास का हवाला देते हुए उसके आरोपों को खारिज़ करने के बाद जवान ने मंगलवार को मीडिया से गुजारिश की है कि भले ही उस पर पूर्व में लगे आरोप पर एक्शन लिया जाए लेकिन उसके द्वारा लगाए आरोपों की जांच भी की जाएं। जवान ने कहा, ”मेरे आरोपों की भी जांच होनी चाहिए। अगर मेरी इस कोशिश से उसके साथियों का भला होता है तो मैं हर बुरी चीज का सामना करने के लिए तैयार हूं।” बता दें कि वीडियो पोस्ट करने के बाद तेज बहादुर को एलओसी से पुंछ में शिफ्ट कर दिया गया है।