हाल में अमेरिकी चुनाव में अपनी धमाकेदार जीत से सभी को हैरान करने वाले डोनॉल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर सभी को चौंका दिया हैं। ट्रम्प ने यूएस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार के लिए लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर) माइकल फ्लिन को चुना हैं। फ्लिन ने एनएसए के तौर पर सुजेन राइस की जगह ली है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में फ्लिन ने काफ़ी अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने ट्रम्प को बहुत सपोर्ट किया था। फ्लिन ट्रंप के करीबी सैन्य सलाहकार भी रह चुके हैं। फ्लिन को पाकिस्तान का कट्टर आलोचक माना जाता है। इसी साल अगस्त में फ्लिन की एक किताब आई थी। इस किताब के ज़रिए फ्लिन ने पाकिस्तान को दी जाने वाली मदद बंद करने की बात कही थी।
भारत को होगा फायदा
फ्लिन के एनएसए बनने से जहां पाकिस्तान को नुकसान है तो वहीं दूसरी ओर फ्लिन भारत के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। सूत्रों के अनुसार आतंकवाद जैसी समस्या से निपटने के लिए वह भारत का समर्थन कर सकते है। इसके साथ ही फ्लिन के राष्ट्रीय सलाहाकार बनने के बाद भारत और अमेरिका के संबंध में कोई बदलाव नहीं आएगा।
-अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी के अनुसार, ”हमारे भारत के साथ आज जिस तरह के संबंध हैं, हम उसका महत्व समझते हैं और इस रिश्ते का बहुत सम्मान करते हैं। हमने इन संबंधों में सुधार के लिए और इन्हें मजबूत बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है।” किर्बी ने अमेरिका में भारत के नए राजदूत नवतेज सरना का स्वागत करते हुए कहा, ”हम ओबामा प्रशासन के शेष कार्यकाल में इस बात पर पूरा ध्यान केंद्रित करने जा रहे हैं।”