गणपति बाप्पा मोरया की धूम मुंबई सहित पुरे भारत में मची है, गणपति की सवारी एक अदने से चूहे ने इंसानों की महाकाय सवारी एयर इंडिया की एक फ्लाइट को रोककर उस समय नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यात्रियों को बहुत परेशान किया, जब दिल्ली से अमेरिका के सन फ्रांसिस्को जाने वाली फ्लाइट एक अदने से चूहें के कारण 9 घंटे लेट हो गई। एयर इंडिया के चेयरमेन राजीव बंसल ने फ्लाइट का इतनी देरी से उड़ना गंभीर मुद्दा बताया।
2:30 बजे के बजाय 11:30 बजे उड़ पाई फ्लाइट
हुआ यूँ कि रविवार को एयर इंडिया बोइंग-777 एयरपोर्ट से उड़ान भरने ही वाली थी कि फ्लाइट में एक चूहा दिखाई दिया। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फ्लाइट को वापस टर्मिनल पर लाया गया और उसमें कीटनाशक दवाई का उपयोग किया गया। इसके बाद नए क्रू के साथ पैसेंजर्स से भरी फ्लाइट निर्धारित समय के बजाय दिन में उड़ पाई। इस फ्लाइट का निर्धारित समय रविवार तड़के 2:30 बजे का था।
इसलिए फ्लाइट को उड़ान भरने में पूरे 9 घंटे लग गए
इस घटना का पूरी विवरण देते हुए एयर इंडिया के चेयरमेन राजीव बंसल ने बताया कि कैसे चूहा फ्लाइट के अंदर घुसा और कैसे भविष्य में ऐसी परेशानी से निपटा जाएगा? राजीव ने बताया कि बोइंग 777 172 इकॉनोमी और 34 बिजनेस क्लास यात्रियों से लगभग पूरी भरी हुई थी। जैसे ही फ्लाइट उड़ान भरने की तैयारी करने लगी कि तभी एक चूहा नजर आया। TOI के अनुसार इसके बाद फ्लाइट को वापस टर्मिनल पर लाया गया और यात्रियों को उसमें से उतार दिया गया। इसके बाद फ्लाइट में कीटनाशक का छिड़काव किया गया। इस प्रक्रिया के बाद यह तय किया गया कि चूहा फ्लाइट से निकल चुका है। इसके बाद करीब 6 घंटों तक अधिकारियों को फ्लाइट के लिए 2 कमांडर और 2 को-पायलट्स ढूंढने में समय लग गया क्योंकि पहले वाले क्रू की ड्यूटी का समय खत्म हो गया था और इतने लंबे समय तक फ्लाइट को किसी कारण-वश रोके रखने पर पहला वाला क्रू काम नहीं करता है। इस सारी प्रक्रिया में फ्लाइट को उड़ान भरने में पूरे 9 घंटे लग गए। वहीं इस देरी के कारण यात्री नाखुश थे।
यह प्रत्येक देश की फ्लाइट की परेशानी है
इस मामले को लेकर अधिकारियों का कहना है कि कई बार खाना खाते समय यात्रियों से वह खाना फ्लोर पर भी गिर जाता है, जिसके कारण चूहे कैबिन फ्लोर पर जीवित रह पाते हैं। चूहें ज्यादातर केटरिंग वेन्स के कारण ही फ्लाइट में दाखिल हो पाते हैं। यह केवल एयर इंडिया की ही नहीं प्रत्येक देश की फ्लाइट की परेशानी है।