एक छोटी सी तकलीफ या दर्द, शरीर में बड़ी बीमारियों के जन्म लेने का संकेत हैं। वैसे शरीर के सभी अंगो में से गुर्दे को सबसे मत्वपूर्ण अंग बताया गया हैं। कहा जाता हैं कि, गुर्दा हमारे शरीर की गंदगी को बाहर निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। आपको बता दें, शरीर में मौजूद एक तकलीफ हमारे पेशाब(यूरिन) के रंग को बदल देती हैं और ऐसा होना शरीर में उत्पन्न हो रहीं बीमारी का अहसास दिलाता हैं। खैर घबराने की जरूरत नहीं हैं क्योंकि इन बीमारियों को जानकर आप इसे जड़ से भी खत्म कर सकते हैं। आइए जानते हैं किस रंग का पेशाब(यूरिन) हमें किस बीमारी का संकेत देता हैं:-
1) हल्के पीले रंग का यूरिन
यदि यूरिन का रंग हल्का पीला या पूर्णत: सफ़ेद हैं तो यह एक सेहतमंद शरीर का संकेत हैं। यहाँ आपको चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं हैं।
2) पीले रंग का यूरिन
यदि यूरिन का रंग पीला हैं तो यह संकेत शरीर में पानी की कमी के हैं। वैसे घबराने की जरूरत नहीं हैं केवल पानी की मात्रा शरीर में बढ़ा दीजिए। इससे शरीर और यूरिन पहले की तरह सामान्य हो जाएँगे।
3) गाढ़े पीले रंग का यूरिन
बताया जाता हैं कि, लिवर सही तरीके से काम नहीं कर रहा हो। उस वक़्त आपको लीवर की या फिर हेपेटाइटिस की प्रॉब्लम हो सकती हैं। इससे आपके यूरिन का रंग गाढ़ा पीला हो सकता हैं।
4) दूधिया सफ़ेद रंग का यूरिन
यदि यूरिन का रंग दूधिया सफ़ेद हैं तो इसका मतलब शरीर में बैक्टीरिया बन चुके हैं। इसके साथ ही मूत्र मार्ग के रास्ते में संक्रमण पैदा हो जाना या फिर गुर्दे(किडनी) में पथरी के होने से ऐसा होता हैं।
5) लाल हल्का गुलाबी रंग का यूरिन
यदि आप चकुंदर या स्ट्रॉबेरी का सेवन नहीं करते हैं और यूरिन का रंग लाल हल्का गुलाबी हैं तो यह बहुत गंभीर समस्या हैं इसलिए आपको जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। वैसे इस तरह की बीमारी शरीर की क्षमता से अधिक व्यायाम करने से होती हैं क्योंकि उनके शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं टूट जाती हैं। जिससे उनके यूरिन का रंग गुलाबी या लाल रंग का हो जाता हैं। साथ ही यह किसी अन्य बीमारी का संकेत भी हो सकता हैं।
6) नारंगी रंग का यूरिन
बताया जाता हैं कि, जब यूरिन से जुड़ी समस्याओं को सही करने के लिए कुछ ऐसी दवाओं को खाना पड़ता हैं। जिसके कारण यूरिन का रंग नारंगी रंग में बदल जाता हैं। वैसे कुछ लोगों को गाजर खाने या गाजर का रस पीने से भी ऐसा होता हैं।
7) नीला या हरा रंग का यूरिन
आपको बता दें, दवाइयों में विशेष डाई या आर्टिफिशिअल रंग का इस्तेमाल किया जाता हैं। यदि आप कुछ ऐसी ही दवाइयों को खा रहें हैं तो घबराइए नहीं क्योंकि इस रंग का यूरिन आम हैं। हाँ! एक बार डॉक्टर से जरूर संपर्क कर लें।
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