नोटबंदी को लेकर पीएम नरेन्द्र मोदी ने उत्तरप्रदेश के गाजीपुर में रैली को संबोधित किया। नोटबंदी पर पीएम मोदी ने कहा कि इस फ़ैसले से कालाधन रखने वाले ज़्यादा परेशान हो रहे हैं। नोटबंदी पर सवाल उठाने वाले विपक्ष पर पीएम मोदी ने जमकर हमला बोला। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, ”आपने तो देश में आपात काल लगाकर 19 महीनों तक देश को जेल बना दिया था।”
वहीं सीधे तौर पर बीएसपी प्रमुख मायावती पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, ”जो राजनीतिक दल ज्यादा परेशान है उनको चिंन्ता सता रही है अब करे क्या? पैसों की ऐसी मालाएं लदती थी मुन्डी भी नहीं दिखती थी।” मोदी ने आगे कहा नोटबंदी से गरीब चैन की नींद सो रहा है और अमीर नींद की गोलियां खा रहा है। इसी के साथ उन्होंने देश की जनता को आश्वासन दिया है कि ,”मैं देश की परेशानी को समझता हूं लेकिन विश्वास रखिए यह परेशानी केवल 50 दिनों के लिए ही है।” बता दें कि नोटबंदी के बाद उत्तरप्रदेश के गाजीपुर में पीएम मोदी की यह पहली रैली थी।
गंगा में पैसा बहाने वालों पर मोदी ने ली चुटकी
एक बार फिर पीएम मोदी ने गंगा में 500 और 1000 के नोट बहाने वालों पर चुटकी ली। उन्होंने कहा, कभी देखा है किसी को गंगा में 500 और 1000 के नोट डालते हुए। उन्होंने आगे कहा, ”गंगा में पैसे बहाने पर भी पाप धुलने वाले नहीं है।” कालेधन वालों पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा कि कि जो बेईमान हैं वो कचरे में पैसा फेंक रहे हैं। मोदी ने आगे कहा कि, ”मैंने ईमानदारी का एक महान यज्ञ शुरू किया है।”
बता दें कि रैली को संबोधित करने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजीपुर से हरी झंडी दिखाकर ‘शब्दभेदी’ एक्सप्रेस ट्रेन को रवाना किया। यह ट्रेन हफ़्ते में एक दिन गाजीपुर से कोलकाता तथा फिर वापस कोलकाता से गाजीपुर होगी। गाजीपुर रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा का संसदीय क्षेत्र भी है।
नेहरू के लिए ये कहा पीएम मोदी ने
अपनी रैली में पीएम मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू पर भी बोलने से नहीं चूके। नेहरू का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि, ”उनके सामने गाजीपुर के सांसद विश्वनाथ ने 1962 में यहां के हालात के बारे में बताया था। तब नेहरू ने पटेल कमेटी बनाई थी। नेहरू चले गए, कमेटी रह गई।” पीएम ने कहा कि, ”मैं पंडितजी के जन्मदिन पर अधूरा काम पूरा करने आया हूं।” मोदी ने आगे कहा कि जैसी श्रद्धांजली मैं नेहरू जी को दे रहा हूं ऐसी श्रद्धांजली किसी ने भी नहीं दी होगी।