अब स्कूल स्टूडेंट्स सीधे सीएसआईआर की लैबोरेटरी से जुड़ सकेंगे। साथ ही अब वे सीधे वैज्ञानिकों से सवाल भी पूछ सकेंगे। अच्छी बात ये है कि देश के वैज्ञानिक भी उनके सभी सवालों के जवाब देने में समर्थ होंगे। दरअसल, देशभर में फैले 1151 केंद्रीय विद्यालयों के बच्चे अपनी जिज्ञासा को लेकर सीधे वैज्ञानिकों के पास जा सकेंगे।
केंद्रीय विद्यालय संगठन ने वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कर जिज्ञासा नामक एक कार्यक्रम की शुरूआत की है। परिषद के तहत देश में विभिन्न हिस्सों में 38 प्रयोगशाला में बच्चों की जिज्ञासा शांत की जाएगी। इस पत्र का उद्देश्य छात्रों को सीधे वैज्ञानिकों से जोडऩा है, ताकि वे क्लास में दी गई थ्योरिटिकल नॉलेज को प्रैक्टीकली समझ सकें। हस्ताक्षर के मौके पर विज्ञान एवं प्रोद्योगिक मंत्री डॉ.हर्षवर्धन और मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भी मौजूद थे।
श्री जावड़ेकर ने इस मौके पर कहा है कि हमें छात्रों में वैज्ञानिक रूचि बढ़ानी होगी, क्योंकि विज्ञान ने हमारे जीवन को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जिज्ञासा कार्यक्रम से हर साल करीब एक लाख छात्रों और एक हजार शिक्षकों को लाभ मिलेगा।