दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) से जुड़े तथ्यों का पता लगाने के लिए ट्विटर पर किए जाने वाले सर्च में कई अप्रत्याशित नतीजे सामने आ रहे हैं जिन्होंने यूजर्स को हैरान कर दिया है। यूजर्स ने कहा कि विश्वविद्यालय से संबंधित खबरें देखने के लिए कोई व्यक्ति जब उसके पेज पर नीचे जाता है, डीयू से संबंधित वास्तविक पोस्ट के बाद पॉर्नाेग्राफिक साइट खुलने लगते हैं।
विशेषज्ञों ने कहा कि दाखिले के सत्र के दौरान छात्रों या उनके अभिभावकों का डीयू के बारे में ऑनलाइन जानकारी तलाशना बढ़ जाता है जिसका क्लिकबेट बेवसाइट दुरूपयोग कर रहे हैं। ये वे वेबसाइट हैं जो उपयोगकर्ताओं को दूसरे लिंक पर ले जाना चाहते हैं। ये ट्विटर हैंडल इंटरनेट यूजर्स खासकर युवाओं को पॉर्नाेग्राफिक साइटों की तरफ खींचने के लिए अपने नामों में दिल्ली विश्वविद्यालय शब्द जोड़ लेते हैं।
डीयू में दाखिले के लिए आवेदन करने वाले एक छात्र की मां उमा प्रशांत ने कहा कि वह तब हैरान रह गयीं जब ट्विटर पर डीयू के बारे में सर्च करने पर अश्लील क्लिप खुलने लगे। इन पेजों से डीयू का कोई नाता नहीं है लेकिन उनमें लिखा होता है- दिल्ली यूनिवर्सिटी हॉट गर्ल्स और नेकेड दिल्ली यूनिवर्सिटी गर्ल्स । साइबर अपराध के मामले देखने वाले दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सर्च इंजनों में मौजूद कुछ खामियों का इस्तेमाल उपयोगकर्ताओं को पॉर्न साइटों की तरफ खींचने के लिए किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस तरह की शिकायत मिलने पर पुलिस सर्विस प्रोवाइडर से अल्गोरिद्म में फेरबदल करने का अनुरोध करती है ताकि इस तरह के पेज ना दिखें। साइबर कानून विशेषज्ञ पवन दुग्गल ने कहा कि सरकार को सर्च इंजनों के नियमन के तरीके तलाशने चाहिए। डीयू के रजिस्ट्रार और ट्विटर इंडिया टिप्पणी के लिए मौजूद नहीं थे।