पहली बार सेक्स हर किसी के लिए बहुत ही खास और एक अलग ही तरह का एक्सपीरियंस होता है जिसमें रोमांस के साथ-साथ प्यार और अपनेपन का एहसास जुड़ा होता है. दोनों की मर्जी से हुआ सेक्स न सिर्फ ऑर्गेज्म के लिए बेस्ट होता है बल्कि इस दौरान आप दोनों भी कई तरह की दूसरी चीज़ों से भी रूबरू होते हैं. सेक्स के दौरान क्लाईमेक्स जैसा भी हो इससे एक-दूसरे के बारे में किसी तरह की कोई राय बनाना ठीक नहीं क्योंकि ये दोनों के ही लिए या किसी एक के लिए पहला हो सकता है. सही नॉलेज़ की कमी के साथ-साथ नर्वसनेस और शर्म भी इसके आड़े आ सकती है. तो कैसे अपने पहले एक्सपीरियंस को हमेशा के लिए यादगार बनाया जा सकता है, जानते हैं इसके बारे में…
पहले से प्लानिंग रहेगी बेस्ट
अगर आप दोनों पहली बार सेक्स करने जा रहे हैं तो बेहतर होगा इस पर खुलकर बात करें कि आप इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं या नहीं? किस तरह से सेक्स करने मे कम्फर्टेबल हैं, जैसे- सेक्स के दौरान लाइट ऑन रखना है या ऑफ? जगह कैसी होना चाहिए? मूड को और ज्यादा रोमांटिक बनाने के लिए रूम को डेकोरेट करना है या नहीं? इस पल को अच्छे से एन्जॉय करने के लिए हर एक चीज़ की प्लानिंग पहले ही कर लें.
सेक्स को पॉजिटिव लें
वैसे सेक्स एक नैचुरल सी चीज़ है जिसके लिए बहुत ज्यादा प्लानिंग करने की जरूरत नहीं होती. कई बार रोमांटिक मौसम, अच्छा मूड और पार्टनर का साथ खुद-ब-खुद ऐसी सिचुएशन बना देते हैं जो खत्म सेक्स पर ही होती है. तो अंजाने में हुई इस चीज़ पर किसी तरह का कोई पछतावा करने के बजाय उसे पॉजिटिव तरीके से हैंडल करें.
फोरप्ले पर फोकस करें
पहली बार सेक्स करने में बहुत सारी हिचकिचाहट और मन में बातें चल रही होती हैं. कैसे इस चीज़ की शुरूआत करें और क्लाईमैक्स कैसे होना चाहिए जैसी चीज़ें. इस झिझक को कम या खत्म करने का सबसे आसान तरीका है फोरप्ले. पार्टनर को किस करना, हग करना और टच करके आप उन्हें कम्फर्टेबल कराने के साथ ही इस चीज़ के लिए एक तरीके से तैयार भी कर रहे होते हैं. फोरप्ले, एक ऐसी चीज़ है जिसे दोनों ही सेक्स से ज्यादा एन्जॉय करते हैं और साथ ही ये रिलेशनशिप को और ज्यादा स्ट्रॉन्ग भी बनाता है.
हर सिचुएशन के लिए रहें तैयार
पहली बार सेक्स कर रहे हैं तो सेटिसफाइड होने की गारंटी बिल्कुल भी न रखें. नर्वसनेस के साथ पोजिशन्स, ल्यूब्रिकेशन्स जैसी कई सारी चीज़ें इसकी वजह इसके पीछे हो सकती हैं. इसके साथ-साथ टाइम भी बहुत ही जरूरी चीज़ है. सेटिसफाइड होने के लिए जल्दबाजी दिखाना सही नहीं बल्कि इस चीज़ के लिए तैयार रहना चाहिए कि हो सके आपको एक या दो नहीं बल्कि कई बार ट्राय करना पड़ सकता है.
जरूरी नहीं है ब्लीडिंग
पहली बार सेक्स के दौरान ब्लीडिंग(पीरियड्स) होना जरूरी है ये बातें दिमाग से निकाल दें वरना आप सेक्स को पूरी तरह से एन्जॉय नहीं कर पाएंगे. डेली रूटीन लाइफ में ऐसी कई सारी एक्टिविटीज़ होती हैं जब लड़कियों का हाइमन काफी पहले ब्रेक हो जाता है. इसके अलावा सेल्फ सेटिसफेक्शन के लिए की जाने वाली नैचुरल चीज़ें जैसे मास्टरबेट भी ब्लीडिंग न होने की वजहें हो सकती हैं.
सेक्स के बाद होने वाले बदलाव
सेक्स के बाद थोड़ी-बहुत ब्लीडिंग नैचुरल होती है. कुछ गर्ल्स का 2 से 4 दिन भी चलता है तो किसी का सिर्फ सेक्स के दौरान. लेकिन अगर आपके साथ पहले सेक्स के बाद लगातार कई दिनों तक ब्लीडिंग की प्रॉब्लम बनी हुई है तो डॉक्टर से चेकअप कराने में बिल्कुल भी न कतराएं. कई बार इन चीज़ों की अनदेखी आगे कई सारी प्रॉब्लम्स की वजह बन सकती है.
ल्युब्रिकेशन का इस्तेमाल करें
पहली बार सेक्स के दौरान गर्ल्स को पेन की प्रॉब्लम होती है जिसके चलते वो इस मोमेंट को पूरी तरह से एन्जॉय नहीं कर पातीं. बेहतर होगा सेक्स के दौरान आप अलग-अलग तरह के ल्युब्रिकेशन्स का इस्तेमाल करें. साथ ही उस ल्युब्रिकेंट के बारे में अच्छे से पता भी कर लें कि इसके कोई साइड इफेक्ट्स तो नहीं.
कंडोम साथ रखें
इसमें कोई शक नहीं कि ब्वॉयज़ सेक्स को बिना कंडोम ज्यादा एन्जॉय करते हैं लेकिन सेफ सेक्स के लिए इनका इस्तेमाल जरूरी है. हां अगर आप मैरिड कपल हैं तो बिना कंडोम के सेक्स भी किया जा सकता है. लेकिन सेक्स को अकेले एन्जॉय करने से बेहतर है पार्टनर के बारे में भी सोचना.