आपके घर में कुछ भी पुराना है तो ओएलएक्स पर बेच दो। सभी का यही सोचना होता है इसलिए लोग शायद दूसरों के बॉयफ्रेंड को भी ओएलएक्स पर बेचने की बात कह जाते हैं। आज का युग ऐसा आ गया है कि हम काफी हद तक डिजिटल हो गए। डिजिटल दुनिया पर अब हमारा यकीन इतना बड़ गया है जितना हम हमारे पैरेंट्स पर या किसी हमदर्द पर करते हैं।
आज इसी यकीन का मंजर है कि ऑनलाइन फ्रॉड जैसे केस होते रहते हैं और इनका कोई कुछ कर भी नहीं पाता। हाल ही में ओएलएक्स को लेकर ही एक बड़ा कांड होने वाला था लेकिन लड़की समझदार थी उसने हड़बड़ी से काम न लेकर समझदारी से काम लिया और अपना नुकसान होने से बचा लिया। बंदे का चूना लगाने का तरीका काफी कारगर था लेकिन लड़की की होशियारी भी गजब की थी। आप भी जान लीजिए ताकि कल को कोई आपको चूना न लगा दे।
हुआ यू कि पवित्रा नाम की एक लड़की के पास एक बच्चा गाड़ी थी जो उनके घर में अब पुरानी हो चुकी थी और जिसका कोई यूज नहीं था उनके दिमाग में आया कि गाड़ी पुरानी हो गई है क्यों ना इसे ओएलएक्स पर बेच दिया जाए। बस फिर क्या था पवित्रा ने उसकी फोटो खींची और अपना मनपसंद भाव डालकर भूल गई।
काफी दिन हो गए उस गाड़ी का कोई ग्राहक नहीं मिला। लेकिन एक दिन एक लड़के का फोन आया जिसका नाम विशाल था। उसे गाड़ी खूब अच्छी लगी और उसने खरीदने की बात कही। विशाल ने गाड़ी की कंडीशन के बारे में पूछा तो पवित्रा ने कहा कि वो घर आकर देख जाए। इस पर विशाल ने कहा कि वो मुंबई में रहता है और पुणे में अपनी बहन को गिफ्ट करना चाहता है। पवित्रा ने सोचा कि ये इंसान तो कितना भला है अपनी बहन को गिफ्ट देना चाहता है।
पवित्रा को ये सब जानकर काफी अच्छा लगा कि आज भी दुनिया में विशाल जैसे लोग मौजूद है। फिर आगे पैमेंट की बात हुई तो विशाल ने कहा कि वो ऑनलाइन ट्रांसफर कर देगा। बहन कल आकर वो बच्चे की गाड़ी ले जाएगी। पवित्रा ने उसे अपने अकाउंट की इनफॉरमेशन भेजने के लिए ईमेल आईडी मांगी तो उसने अपना वॉट्सऐप नंबर दे दिया और कहा कि वो इस पर अपनी डिटेल भेज दे।
पवित्रा ने आंख बंद करके डिटेल भेज दी। डिटेल भेजने के तीन मिनट बाद ही पवित्रा के स्मार्टफोन की मैसेज रिंगटोन बजी। पवित्रा ने फोन उठाया और देखा तो उसकी आंखें फटी की फटी रह गई। उसे बैंक से मैसेज आया कि उसके अकाउंट में 13,500 रूपए जमा हो गए है। पवित्रा चौंक गई क्योंकि उसने गाड़ी की कीमत 3500 रूपए बताई थी।
पवित्रा काफी ईमानदार हैं और उन्होंने पैसे मिलने के बाद फोन बंद नहीं किया बल्कि विशाल से पूछा कि ये क्या ब्लंडर है। तो उसने कहा कि वो जल्दबाजी में हो गया। मैं मेरी मां को पैसे भेज रहा था आपके अकाउंट में ट्रांसफर हो गए। इसके बाद विशाल ने कहा कि वो दस हजार रूपए उसकी मां को ट्रांसफर कर दे। इस पर पवित्रा ने हामी भर दी।
पवित्रा ने विशाल की मां का अकाउंट नंबर मांगा तो उसने कहा कि वो उन्हें पेटीएम से पैसे ट्रांसफर कर दे और साथ ही जल्दबाजी करने लगा। इतने में पवित्रा का दिमाग चला। उसने सोचा एक बार चेक तो करू पैसे आए भी है या नहीं अकाउंट में। पवित्रा ने पहले तो नेट बैंकिंग के माध्यम से पैसे चेक किए तो उसे पता चला कि उसके अकाउंट में कोई ट्रांसफर नहीं हुआ। फिर उसने बैंक फोन लगाया वहां भी किसी ट्रांजैक्शन की बात सामने नहीं आई।
इसी दौरान विशाल बार-बार वॉट्सऐप पर मैसेज की बारिश कर रहा था जिसमें वो पैसे ट्रांसफर करने की बात कर रहा था। बैंक में बात करने के बाद पवित्रा को सारा माझरा समझ में आ गया और वो समझ गई कि वो ठगी का शिकार होने जा रही थी। इसके बाद पवित्रा ने विशाल को कहा कि उसके बैंक में कोई अमाउंट रिसीव नहीं हुआ है और फिर पवित्रा ने कॉल किया और सवाल दागना शुरू कर दिए।
विशाल नाम का शख्स घबरा गया और फिर उसने अपना फोन बंद कर लिया। तो इस तरह पवित्रा ने अपनी समझदारी से 10,000 रूपए का नुकसान होने से बचा लिया जो उसके अकाउंट में कभी आए नहीं थे। पवित्रा ने ये सारा माझरा फेसबुक पर पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने अपनी वॉट्सऐप की चेट भी शेयर की है।