पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों को फाइव स्टार यानि पांच सितारा होटल में ठहरने को लेकर कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने अपने मंत्रियों से कहा है कि दौरे के दौरान मंत्रियों को सरकारी आवास मुहैया कराए जाते हैं, तो फाइव स्टार होटल में ठहरने और लक्जरी सुविधाएं लेने की क्या जरूरत है। उन्होंने कड़ा आदेश दिया है कि सभी मंत्री शानों शौकत से अपना ध्यान हटाएं, आम आदमी की तरह रहें ।
बता दें कि इससे पहले कई बार मंत्रियों पर लक्जरी सुविधाएं इस्तेमाल करने के आरोप लगते रहे हैं। ऐसे में मोदी सरकार ने 2019 लोकसभा चुनाव को देखते हुए अपने मंत्रियों से वीआईपी ट्रीटमेंट से बचने की हिदायत दी है। बताया जा रहा है पीएम मोदी अपने मंत्रियों द्वारा फाइव स्टार होटल और लक्जरी सुविधाओं का इस्तेमाल करने को लेकर काफी नाराज हैं। हाल ही में पीएम मोदी को उनके मंत्री क्षेत्र दौरे के दौरान सरकारी आवास के बजाए फाइव स्टार होटल में ठहरने को प्रायोरिटी देते हैं। इस पर उन्होंने तुंरत मीटिंग बुलाकर मंत्रियों से कहा है कि क्षेत्र के दौरे के दौरान सभी मंत्री सरकारी आवास में रहेंगे न कि किसी फाइव स्टार होटल में।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंत्रियों के परिवार के लोग भी सरकारी सुविधाओं का लाभ अपने पर्सनल कामों के लिए उठा रहे हैं। हालांकि मोदी ने लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर ये साफ कर दिया है कि अब वे भ्रष्टाचार को लेकर नो टॉलेरेंस नीति पर चल रहे हैं। चाहे मंत्री हो या परिवार ऐसी हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे में यदि कभी पाया गया कि कोई मंत्री सरकारी सुविधाओं का इस्तेमाल अपने पर्सनल यूज के लिए कर रहा है , तो उस पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।