आज लड़कियां अपनी खूबसूरती को लेकर काफी सर्तक रहती है। खुद को स्टाइलिश और सुंदर बनाने के लिए मेकअप, ट्रीटमेंट, सर्जरीज तक कराने के लिए तैयार रहती है, बस इसलिए ताकि वे सबसे सुंदर दिखें। लेकिन इस दुनिया में सुंदर लड़कियों के बीच एक ऐसी भी लड़की है, जिसके साथ हुए एक हादसे ने उसकी सूरत ही बदल दी। अब वो लड़की किसी बूढ़ी औरत जैसी दिखती है। कहने को वह मात्र 18 साल की है, लेकिन उसकी सूरत को देखकर हर कोई उसे बूढ़ी और बीमार औरत ही समझेगा। इस 18 साल की बच्ची की दर्द भरी कहानी इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। पहली बार में तो लोग इसकी शक्ल देखकर ही धोखा खा जाते हैं और इसकी तुलना बूढ़ी औरत से करने लगते हैं, लेकिन जैसे-जैसे लोग इसकी कहानी सुनते हैं, हैरान रह जाते हैं।
दरअसल, ये 18 साल की बच्ची यमन की निवासी है जिसका नाम सैदा अहमद बघिली है। बता दें कि यमन पिछले कई सालों से गृह युद्ध का शिकार है। इस युद्ध ने यहां के लोगों के जीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। आज भी हालात ये हैं कि यहां के लोग बेघर होने के साथ ही कई दिनों तक भूखा रहने के लिए भी मजबूर हैं और इसी युद्ध की शिकार हुई ये बच्ची भी। कभी सुंदर सी दिखनी वाली इस बच्ची की शक्ल आज देखी नहीं जाती। गृह युद्ध के दौरान कई दिनों तक इसका परिवार बेघर रहा। यहां भुखमरी फैल गई थी। कई दिनों तक खाना न मिलने पर ये बच्ची कुपोषण की शिकार हो गई और आज ये एक हड्डियों का ढांचा बनकर रह गई है।
सैदा अपने परिवार के साथ राजधानी सना के पास होदैदा गांव में रहती है। लेकिन जब गृहयुद्ध हुआ तो परिवार को अपना घर छोड़ दूसरे देश में जाकर बसना पड़ा। ऐसे में जहां यमनवासियों को ठिकाना मिला, वहीं अपना घर बसा लिया। खाने-पीने की किल्लत तो थी ही ऐसे में परिवार के पास भी कोई अन्य साधन नहीं था पैसे जुटाने का। इसलिए कई दिनों तक भूखा रहना पड़ता था। बिना खाने के सैदा की हालत बहुत नाजुक थी। लेकिन पिता के पास इलाज कराने के पैसे नहीं थे।
ऐसे में एक चैरिटेबल ट्रस्ट उसके लिए मसीहा बनकर आया और सैदा की मदद की। जब उसे हॉस्पीटल ले जाया गया तो उसकी हालत बहुत ही नाजुक थी। उसमें इतनी भी हिम्मत न थी कि वो खुद खा सके। बोलते-बोलते उसकी जुबान तक लडख़ड़ाती थी। डॉक्टरों के काफी मेहनत करने के बाद सैदा अब कुछ हद तक आम लड़कियों जैसी दिखने लगी है।