कहा जाता है कि फिल्में समाज का आइना होती है। इनमें जो कुछ भी दिखाया जाता है वो समाज में ही हो रही घटना होती है। फिल्मों में अक्सर दिखाया जाता है कि हीरो नेता बनता है और बड़े-बड़े बदलाव लाता है। कुछ ऐसा ही इस समय भारत की राजनीति में देखने को मिल रहा है। बीजेपी की एक एमएलए है जो महिला विधायकों के लिए ऐसा काम कर रही है जिसकी मिसाल सालों साल लोग देते रहेंगे।
बीजेपी की इस विधायक का नाम अंगूरलता है जो असम के बतद्रोवा विधानसभा सीट से एमएलए है। ये साल 2015 में एमएलए बनी थी और तभी से बीजेपी से जुड़ी हुई है। राजनीति के अलावा इन्हें असम इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के फेमस एक्ट्रेस के रूप में भी जाना जाता है। अब इनके बारे में इतने सामान्य ज्ञान के बाद में आपको बताते है वो बात जिसकी वजह से ये सुर्खियों में आई हैं।
दरअसल इसी साल 3 अगस्त को अंगूरलता ने एक बेटी को जन्म दिया है। उसके जन्म के बाद जब वे विधानसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने तथा अपने कामकाज को संभालने पहुंचीं तो उन्हें काफी दिक्कत हुई। दिक्कत की वजह थी ब्रेस्टफीडिंग। मुद्दा काफी पहले से चल रहा है और पहले कई देश की एमएलए जो है वो सरेआम पार्लियामेंट में ब्रेस्टफीडिंग कराती नज़र आई थी। लेकिन अंगूरलता भारतीय नारी है और उन्हें ऐसा करना कतई मंजूर नहीं।
अंगूरलता ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि बच्ची के जन्म के बाद अंगूरलता विधानसभा आई तो उन्हें काफी परेशानी हुई। वजह थी ब्रेस्ट फीडिंग। उन्हें अपनी बच्ची को दूध पिलाने के लिए घर जाना पड़ता है इससे वह विधानसभा में होने वाली चर्चा और बहस में पूरी तरह शामिल नहीं हो पाती हैं।
इस समस्या से निपटने के लिए अब अंगूरलता ने मोर्चा खोला है जिसमें उनकी मांग है कि विधानसभा में महिलाओं एमएलए के लिए एक विशेष कक्ष होना चाहिए जिसमें वे अपने बच्चे को दूध पिला सके। इसे ब्रेस्ट फीडिंग रूम नाम दिया जाए। इतना ही नहीं उनकी मांग है कि ऐसा हर सरकारी और गैर सरकारी संगठन पर हो।
वैसे आपको बता दें कि कुछ समय पहले ही ऑस्ट्रेलिया में भी ब्रेस्ट फीडिंग का मुद्दा काफी चर्चा में रहा था। ऑस्ट्रेलियाई सांसद लारिसा वाटर्स ने संसद में ही अपना नवजात बच्ची को दूध पिलाकर इतिहास रचा था। दरअसल ऑस्ट्रेलिया का कानून वहां किसी भी मां को किसी भी जगह अपने बच्चे को दूध पिलाने की इजाजत देता है।