इन दिनों टीवी पर कौन बनेगा करोड़पति छाया हुआ है .रात 9 बजते ही लोग अपने टीवी के आगे बैठे होते है. गेम देखने में तो मजा भी सभी को आता है, वहीं जब सारे जवाब आते हों तो गुस्सा भी आता है. यह सोचकर की काश हम हॉट सीट पर बैठे होते तो शायद बात कुछ और ही होती . वही लोग सोचते है कि काश में कौन बनेगा करोड़पति में जा पता तो पूरी लाइफ ही चेंज हो जाती लेकिन कभी आप ने यह सोचा कि किसी की कौन बनेगा करोड़पति से लाइफ भी बर्बाद हो सकती है. यदि नही फ़िक्र ना करे आज हम आपको मिलवाने जा रहे है कौन बनेगा करोड़पति खेल कर वापिस आई उन डिप्टी कलक्टर से जिन्हें बदले मे अपना पद गवांना पड़ सकता है.
जी हाँ हम बात कर रहे है छत्तीसगढ़ के मुंगेली ज़िले की ट्रेनी डिप्टी कलेक्टर अनुराधा अग्रवाल जिनका चयन ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के लिए हुआ था. भोपाल में आरंभिक ऑडिशन के बाद उन्हें शूटिंग के लिए 20 अगस्त को मुंबई बुलाया गया था. खास बात तो यह कि अनुराधा ने इस कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन के साथ हॉट सीट पर बैठ कर अच्छी-खासी रक़म भी जीत कर लौट आई, लेकिन लौटने के बाद उन्हें पता चला कि सरकार ने इस कार्यक्रम में भाग लेने की उन्हें अनुमति ही नहीं दी थी.
दरअसल अनुराधा ने मुंगेली कलेक्टर से शो में भाग लेने की अनुमति तो ले ली और उसका आवेदन सामान्य प्रशासन विभाग को फारवर्ड भी कर दिया गया था. इसके बाद अनुराधा अनुमति मिलने की उम्मीद में मुबंई रवाना हो गई. मगर सरकार ने जवाब देने में देरी कर दी और करीब एक महीने बाद उन्हें पत्र मिला जब तक वह शो में बिना इजाजत शामिल हो चुकी थी, और इसमें 15 लाख रूपए की रकम भी जीत चुकी है. जीते हुए पैसों से वह अपने भाई का इलाज करवाएंगी जो कैंसर पीड़ित है.
लेकिन जब इस मामलें की सूचना सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो बवाल मच गया. हांलाकि फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुराधा अपने भाई के इलाज के लिए शो में जाकर रकम जीतना चाहती थी, इसलिए उन्हें विशेष अनुमति दे दी जाए.