देश का 71वां स्वतंत्रता दिवस क्रिकेटर श्रीसंत के लिए खुशियां लेकर आया है। असल मायने में ये स्वतंत्रता दिवस उनके लिए आजादी लेकर आया है। दरअसल, एस.श्रीसंत फिर से मैदान में लौटते हुए प्रतिबंध से आजादी मिलने को लेकर काफी खुश हैं। श्रीसंत पर लगा चार साल का प्रतिबंध अब हटा दिया गया है और उन्होंने फिर से क्रिकेट के मैदान पर वापसी कर ली है।
उन्होंने कहा कि- मैं मैदान पर वापसी करके बहुत खुश हूं। मैं अपनी वापसी की शुरूआत करूंगा। मैं वापस तिरूवनंतपुरम जाऊंगा और उसके बाद आगे बढूंगा। केरल उच्च न्यायालय ने सात अगस्त को श्रीसंत को बड़ी राहत देते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा उन पर लगाए गए प्रतिबंध हटा दिया।
बीसीसीआई से प्रतिबंध हटाने का आग्रह करते हुए पिछले साल श्रीसंत ने बोर्ड को एक पत्र लिखा था। इसकी प्रतिक्रिया में बीसीसीआई ने कहा था कि बोर्ड अनुशासन बनाए रखने को लेकर बेहद सतर्क है और बोर्ड को अब तक ऐसा कुछ नहीं दिखा है, जिससे श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगाने के फैसले को वापस लिया जा सके। इस मामले में उन्हें मई, 2013 को दिल्ली की तिहाड़ जेल में भी रखा गया था। दिल्ली पुलिस ने फिक्सिंग के आरोप में 17 मई को मुंबई श्रीसंत और उनके साथी खिलाड़ियों अजीत चांडीला और अंकित चव्हाण के साथ गिरफ्तार किया था।
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में बीसीसीआई की अनुशासन समिति ने श्रीसंत पर 13 सितम्बर, 2013 को स्पॉट फिक्सिंग मामले में दोषी पाए जाने के बाद आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था। बीसीसीआई से लगे प्रतिबंध के बाद श्रीसंत को किसी भी क्रिकेट के मैदान पर प्रवेश की अनुमति नहीं थी। यहां तक कि वह टीम के प्रशिक्षण सत्र में हिस्सा नहीं ले पाते।