26 जनवरी यानि गणतंत्र दिवस। कुछ लोगों के लिए छुट्टी वाला दिन तो कुछ के लिए देशभक्ति के गानों से भरा दिन। ये दिन भी भारत में स्वतंत्रता दिवस की तर्ज पर ही मनाया जाता है। स्कूलों, सरकारी कार्यालयों और कई जगहों पर राष्ट्रध्वज को लहराया जाता है। इसे मनाया तो स्वतंत्रता दिवस के जैसा ही है लेकिन ये स्वतंत्रता दिवस नहीं है।
26 जनवरी 1950 को हमारे देश का संविधान लागू हुआ था इसलिए हम गणतंत्र दिवस मनाते है। संविधान में कई सारी बातें है कई सारे विधान है जो हमे देश के नागरिक होने के साथ ही कई अधिकार देते है साथ ही ये हमारे अधिकारों का हनन होने से बचाते है। भारत के पास अपना लिखित संविधान है जिसकी कई चीज़ें अलग-अलग देशों के संविधान से ली गई है।
भारत लगभग 200 साल अंग्रेज़ों का गुलाम बना रहा है। जब भारत को आजादी मिली तो भारत में उसके स्वतंत्र संविधान के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई। संविधान बनाना इतना आसान नहीं था लेकिन इसे तैयार कर 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। भारत के पास उसका लिखित संविधान है लेकिन दुनिया में कई देश ऐसे भी है जिनके पास खुद का लिखित संविधान नहीं है। हम आपको कुछ ऐसे ही देशों के बारे में बताने जा रहे हैं।
1. इंग्लैंड
इंग्लैंड जिसे हम यूनाइटेड किंगडम भी कहते है। इस देश का संविधान भी लिखित रूप में नहीं हैं। यहां पर पहले से बने कुछ एक्ट को आधार मानकर शासन किया जाता है। इन लिखित नियमों का महत्व इंग्लैंड के संविधान में बिलकुल भी कम नहीं है। इंग्लैंड में नियम के मुताबिक इंग्लैंड की संसद इंग्लैंड के संविधान में मनोतीन परिवर्तन कर सकती है। इंग्लैंड के कानून को समय और परिस्थितियों को समयानुसार बदला जा सकता है।
2. इजराइल
इजराइल दक्षिण पश्चिम एशिया में स्थित एक देश हैं इस देश में भी स्वतंत्रता के बाद संविधान बनाने की कवायद शुरू की गई थी लेकिन संसद में आपसी मतभेद के चलते यहां संविधान न बनाया जा सका। यहां की संसद में अलिखित संविधान को मान्यता प्राप्त है जिससे पूरे देश की व्यवस्था चलाई जाती है।
3. सऊदी अरब
मुस्लिमों के तीर्थ मक्का और मदीना के बारे में आपने सुना ही होगा। यहां पर हज यात्री हज करने जाते है। ये सउदी अरब में ही है। सऊदी अरब के बारे में आपने कई अजीब बातें सुनी होगी। यहां के कानून को लेकर भी दुनियाभर में काफी चर्चे रहते है तो आपको बता दें कि इस देश के पास भी अपना कोई लिखित संविधान नहीं है। यहां पर कुरान में लिखी गई बातों को सर्वोच्च मानकर फैसले लिए जाते है।
4. न्यूजीलैंड
न्यूजीलैंड में लिखित संविधान नहीं है। यहां पर अलिखित संविधान है जिसके माध्यम से यहां की न्याय और प्रशासनिक व्यवस्था चलती हैं। पूर्व में बने कई कानूनों को आधार मानकर यहां शासन चलाया जाता है। पिछले ही साल यहां संविधान बनाने को लेकर प्रस्ताव भी पारित किया गया है।
5. कनाडा
दुनिया में सबसे एजुकेटेड माना जाने वाला देश कनाडा भी संविधान को लेकर विवादो में है। यहां कुछ लोगों का मानना है कि अलिखित संविधान के जरिए शासन होता है वहीं कुछ लोगों का कहना है कि यहां लिखित संविधान है। यहां माना जाता है कि लिखित संविधान तो है लेकिन सरकार अलिखित संविधान के नियमों का ही पालन करती है।