एसबीआई देश का सबसे बड़ा बैंक है और हर घर में किसी न किसी का खाता एसबीआई बैंक में जरूर होगा। एसबीआई ने जीएसटी लागू होने के बाद अपने नियमों में काफी सारे बदलाव किए है जो एसबीआई के कस्टमर यानि आपको सीधे प्रभावित करेंगे। अगर आप भी एसबीआई अकाउंट होल्डर है तो ये सारे नियम अच्छे से जान ले।
- एसबीआई अपनी सर्विस के लिए हर साल आपसे कुछ पैसे चार्ज के रूप में लेती है। इसे बैंक का सर्विस चार्ज भी कहा जाता है। एसबीआई ने इसे 18 प्रतिशत कर दिया हैं। पहले इसका रेट 15 प्रतिशत था। जीएसटी लागू होने के बाद इसमें 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है।
- कुछ महीनों पहले ही एसबीआई ने अकाउंट होल्डर्स के लिए नई गाइडलाइन जारी की थी जिसमें पांच ट्रांजैक्शन को फ्री रखा गया था। अब एसबीआई के नियमानुसार जो लोग एसबीआई मोबाइल बडी ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं उनको प्रति ट्रांजैक्शन 25 रूपए देना होगा और इस पर जीएसटी अलग से देना होगा।
- इन सभी के अलावा अगर आप एक लाख रूपए ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करते हैं तो आपको उस पर भी 5 रूपए से ज़्यादा टैक्स देना होगा। वहीं अगर आप 1 लाख रूपए से ज़्यादा पैसा ट्रांसफर करते हें तो इसके लिए 15 रूपए से ज़्यादा टैक्स के रूप में चुकाना होगा। ट्रांसफर 2 से 5 लाख रूपए होने तक आपको 25 रूपए तक टैक्स देना होगा।
- एसबीआई में अगर आप नोट बदलवाने जाते हैं तो उसके लिए भी आपको चार्ज देना होगा। नियमानुसार यदि आप 20 से ज़्यादा खराब नोट यानि 5000 से ज़्यादा रूपए तक के नोट बदलवाना चाहते हें तो इसके लिए आपको 2 रूपए और साथ में टैक्स भी देना होगा।