पिछले हफ्ते बॉलीवुड के रोमांस किंग शाहरूख की फिल्म ‘जब हैरी मेट सैजल’ रिलीज़ हुई थी जिसने दर्शकों को निराश कर दिया। इतना निराश कि लोगों ने सुषमा स्वराज से मदद मांग डाली लेकिन अब फिल्म ‘टॉयलेट एक प्रेम कथा’ रिलीज़ हुई है जिसके लिए अक्षय के फैन्स साल भर से बावले हुए जा रहे थे। तो देखने से पहले हम आपको मूवी के बारे में कुछ ख़ास बातें बताते हैं जो आपको ये बताएगी कि फिल्म देखने जाना है या नहीं।
फिल्म को देखने से पहले आपको वो बता दें जो आप इस फिल्म के बारे में जानते हैं यानि इसकी स्टार कास्ट। फिल्म में अक्षय कुमार एकद म मुख्य भूमिका में है जिसे फिल्म का हीरो कहा जाता है। इस बार अक्षय कुमार एक गांव के वो ग्रामीण पुरूष बने हैं जो मोडिफाइड बाइक नहीं बल्कि होंडा शाइन चलाता है और फिल्म की हीरोइन भूमि पेडनेकर का पीछा करता है।
फिल्म की कहानी बिल्कुल हमारी आम ज़िन्दगी की तरह है। आप कभी गांव जाएंगे या गांव गए होंगे तो आपको आसानी से समझ में आ जाएगा कि समस्या और कहानी क्या है। दरअसल गांवों में शौचालय नहीं होते हैं और अक्षय जब अपनी जान से प्यारी पत्नी को ब्याहकर अपनी गांव लाते हैं तो उन्हें शौचालय चाहिए होता है तो बस भैया इसी बात को लेकर एक पूरा आंदोलन छिड़ जाता है।
इस फिल्म की कहानी बिल्कुल आम है लेकिन अक्षय कुमार की एक्टिंग, उनके दमदार डॉयलॉग और कॉमिक टाइमिंग इस फिल्म को स्पेशल बनाती है। फिल्म का ट्रेलर लोगों को काफी पसंद आया है और इसे 2 करोड़ से ज़्यादा बार देखा जा चुका है। रक्षाबंधन के बाद और आज़ादी के जश्न के साथ आपके पास एक ही बेस्ट ऑप्शन है ‘टॉयलेट’ देख ली जाए।
एक्टिंग
# अक्षय कुमार- अक्षय कुमार हमेशा से नीरज पांडे की फिल्म में अपनी एक्टिंग का जादू दिखाते आए हैं। चाहे ‘स्पेशल 26’ की बात करें या फिर ‘बेबी’ या ‘रुस्तम’ की, अक्षय किसी भी रोल को सजीव बना देते हैं। अक्षय लगभग अपनी ही उम्र का किरदार निभा रहे हैं, जो अपनी पत्नी की खातिर दूसरों से जंग लड़ता है।
# भूमि पेडनेकरः हिन्दी सिनेमा के लिए भूमि पेडनेकर का चेहरा फ्रेश है। उन्होंने 2015 में “दम लगा के हाइशा” में काम किया था। उन्होंने एक पारंपरिक पत्नी का किरदार निभाया है जो सिर ढंकने और खुले में शौच जाने जैसे पुरुष प्रधान समाज में व्याप्त रूढ़िवाद के खिलाफ है।
# दिव्यांशु शर्मा : यहां अक्षय कुमार के भाई का किरदार निभा रहे दिव्यांशु शर्मा का जिक्र भी किया जाना चाहिए। प्यार का पंचनामा जैसी फिल्म में काम कर चुके दिव्यांशु ने भी अच्छी एक्टिंग की है।
फिल्म में अनुपम खैर का पार्ट कम है लेकिन शानदार है। फिल्म इंटरवल के पहले काफी अच्छी लगती है और इंटरवल के बाद थोड़ी बोर करती है हालांकि ऐसा इसलिए भी है क्योंकि फिल्म एक ऐसे सबजेक्ट पर बेस्ड है।
फिल्म का म्यूजिक पहले ही हिट हो चुका है। फिल्म में डायरेक्शन, कैमरा वर्क और एक्टिंग कुल मिलाकर सभी अच्छे हैं और आप इस वीकेंड पर और 15 अगस्त की छुट्टी पर इसे देख सकते हैं।